STORYMIRROR

meeta luniwal

Drama

3  

meeta luniwal

Drama

मकर सक्रांति

मकर सक्रांति

1 min
181

भारत के सभी लोग त्यौहार मनाए

तमिल में पोंगल, उत्तर प्रदेश पश्चिम

बिहार में खिचड़ी नाम अलग अलग

है पर त्यौहार तो एक ही है 

आओ हम सब मकर संक्रांति मनाये

तिल के लड्डू खाये

आओ खुशियां मनाये,

नीली पीली, हरी रंग बिरंगी पतंग उड़ाये

आओ मिलकर पेच लड़ाये

हवा में पतंग लहराये

खाती जाए हिचकोले,

सब मिलकर नाचे गाये

रेवड़ी, तिल के लड्डू बाटे

आओ मिल जुलकर खाये,

गंगा में डुबकी लगाये

करे शीतल तन और मन

दान करे गुड़, तिल, वस्त्र आदि

आओ हम सब पुण्य कमाये 

ईश्वर से वर मांगे सब मंगल हो।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama