जब घर का मुखिया ही नशेड़ी हो
जब घर का मुखिया ही नशेड़ी हो
जब घर का मुखिया ही नशेड़ी हो
उस घर में सब कुछ बर्बाद हो जाता है,
जब घर का मुखिया ही नशेड़ी हो
बच्चों और पत्नी दोनों का जीवन
खराब हो जाता जीना मुश्किल होता
कभी कभी मुखिया की नकल बच्चे करते,
घर परिवार का सुख, चैन ,शांति बर्बाद
पैसों की रहती सदा मारा मारी
परिवार हर चीज के लिए तरसता
अभावों में जीवन बीतता है,
नशा जहर की जैसा होता है
जो पूरे परिवार को खत्म कर देता
नशा करने वाला मार पिटाई परिवार के साथ करते
नशे में लड़ाई झगड़ा करता पैसे छिन कर ले जाता,
समाज में कोई इज्जत नहीं होती
मृत्यु भी असमय ही नशे करने वाले को
अपना ग्रास बना लेती
इलाज में घर बार बिक जाता,
प्यार से और नशा मुक्त सेंटर से
इलाज करा कर नशा मुक्त कराए
अपनी आदतों को बदले मुखिया
और शांति से जीवन जीए परिवार के साथ।