महका कमल
महका कमल
बीती रात कमल दल फूले,
महका सर और भंवरे झूले।
खुशबू ने खुशनुमा बनाया
उजियारा तन तम को आया।
ज्यों-ज्यों साहस भरता जाता,
हिम्मत से लड़ता जाता,
गिरि को काट है राह बनाता
पर आती है पूनम भी,
घर अमावस है यहां।
मुश्किलों में हम यह ना भूले
बीती रात कमल दल फूले।
