दिवानापन
दिवानापन


प्यार का फ़ूल लेकर आया हुं,
स्विकार करना मेरी महबूबा,
दिलमें अरमान लेकर आया हुं,
मत ठुकराना मेरी महबूबा।
तु है मेरे प्यार की मूरत,
दिल में तुजझको बसाई है मैने,
झांख के मेरे दिल में देखकर,
एहसास करना मेरी महबूबा।
प्यार करता हुं दिलसे तुझको,
एतबार मुझ पर कर लेना,
दिल धड़कता है तेरे प्यार में
महसूस करना मेरी महबूबा।
प्यार की ज्योत ज़लाई है मैंने,
रोशनीमें चहेरा चमका देना,
हर सांसो में सिर्फ़ नाम है तेरा,
उसे सून लेना मेरी महबूबा।
"मुरली" तेरे प्यार का दिवाना,
आकर बांहो में सिमट ज़ाना,
तू है मेरे ख्वाबों की मल्लिका,
मिलन करना मेरी महबूबा।