मेरी माँ
मेरी माँ
मेरे सर्वस्व की पहचान हो तुम
जो प्यार से समेट ले बाहों में
वो प्यार हो तुम
हर दुःख को दूर कर
सुख की खुशबू हो तुम
मुझमें तुम हो मेरी पहचान हो तुम
मेरे सपनों को पूरा कर मुझ में बस जाती तुम
दया का सागर खुशियों की फुलवारी हो तुम
मेरी हर सुबह मेरी हर शाम हो तुम
मैं एक शब्द हूँ तो तो पूरी भाषा हो तुम
मुझमें तुम हो मेरी पहचान हो तुम
जिस मंजिल को पाना चाहती हूँ वो मंजिल हो तुम
इस पूरे जग में प्यारी दुनिया में अनमोल हो तुम
अन्धकार में जलता हुआ एक प्रकाश हो तुम
बंजर धरती पर बारिश की बौछार हो तुम
मुझमें तुम हो ,मेरी पहचान हो तुम
ईश्वर का सबसे प्यारा और न्यारा उपहार हो तुम
रब से पहले लेते जिसका नाम मेरी माँ हो तुम
मुझमें तुम हो मेरी पहचान हो तुम
मेरे सर्वस्व की पहचान हो तुम।