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Dishika Tiwari

Children

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Dishika Tiwari

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मेरे पापा

मेरे पापा

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मेरे प्यारे पापा आप,

सबसे अच्छे पापा आप।


कभी ना किसी चीज के लिए डांटा आपने,

हर चीज को सही से करना सिखाया आपने।


सबसे अच्छी आदत आपकी लगती है वह,

जब मैं जाती हूं सो।


जब नींद में पानी प्यास लगती है,

तुम उठ कर पानी मुझे पिलाते हो।


खेलने के लिए कभी तुमने रोका नहीं,

कुछ भी करने के लिए कभी तुमने टोका नहीं।


जब कभी मार्क्स कम आ जाते थे,

आपके बोल बस यही कहते थे।


कोई बात नहीं अगली बार हो जाएगा,

सारी क्लास के सामने मेरा बेटा फर्स्ट आएगा।


जब भी कभी मुझे भी तकलीफ होती,

किसी कारण में जब नहीं सोती।


तुम मेरे प्यारे पापा जागते रहते,

बस रोते नहीं सब कुछ अंदर ही सहते।


तुम्हें पता है पापा अगर तुम रो गए,

फिर मेरी आंखें भी चुप नहीं रहेगी।


हंसती खेलती में ठीक हो जाती हूं,

तुम भी खुश हो जाते हो।


जब भी मां मुझे डांटती थी,

जब मैं डर जाती थी।


आप मुझे अपने पास बुलाते,

अपने गले से लगाते।


जब मैं कभी भी रोती थी,

आंसुओं से आंखें भर जाती थी।


आप मुझे चुप कराते हैं,

बेटा बेटा कह के गले से लगाते।


भगवान का शुक्रिया इतने प्यारे पापा दिए......


मेरी मनपसंद चीज है दिलवाना,

अपने हाथों से खिलाना।



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