बेटी
बेटी
मुरझाए फूलों को खिलाने वाली,
उदास चेहरों पर मुस्कान लाने वाली।
पापा की लाडली कहलाती हैं,
दर्द को सहकर भी मुस्कुराती है।
हर दिन को सपनों से सजाती है,
डॉक्टर पुलिस ऑफिसर बनकर..
हमारे देश की शान बढ़ाती है।
ऊँची-ऊँची उड़ान भरने वाली,
घर को स्वर्ग बनाती है।
बेटी वह कहलाती है.....
सच्चाई का साथ देती है,
अच्छाई का हाथ थाम लेती है।
हमेशा सबको सही राह दिखाती,
भारत माँ की बेटी कहलाती है।