मेरा देश है महान.....
मेरा देश है महान.....
हम है भारत के, भारतवासी हमारा है ये पहचान,
उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम करते गुण गान,
अलग अलग भाषा है पर यहाँ संस्कृति में बसी जान,
अलग अलग धर्म के सब पर मिल के बाँटते ज्ञान,
एक तिरंगा है हम सबका, वो हमारा आन मान शान,
सरहद पे खड़े है सीना ठोक के हमारे वीर जवान,
अपनी जान पे खेल के वो वीरों ने लेते दुश्मनों का जान,
वो हम सबके प्यारे है और प्यारा हमारा ये हिंदुस्तान,
कितने कितने जंग लड़े, रखे हमारे देश की सम्मान,
वीरों ने हंस हंस के इस मिट्टी के लिए हुए कुरबान,
देश के खातिर दुश्मन को सबक सिखाए दे कर जान,
कितने माँओं की बेटे, जो शहीद हुए, रखे देश की मान,
कितनों की तो उजड़ी सुहाग पर रहा झंडे की सम्मान,
बहनों की आँख भरी जब खोए भाई था देश की जवान,
कितनों की शर से हटा बाप का शाया, रहा देश की मान,
दोस्तों ने खोया अपने दोस्त, जिनका हो रहा है गुण गान,
वो वीर शहीदों को हम सब करते बार बार नमन,
जब देश में भी आपदा आयी तब बचाए कितने जान,
ये होते सब हमारे देश के प्यारे दुलारे वीर जवान,
क्या कहना है इस देश के किसानों की, वो सब है महान,
खून पसीने से उपजाते अनाज होकर भी परेशान,
अपनों की चिंता छोड़कर वो तो बचाते कितनों की जान,
तब तो हम शान से सब मिल के कहते जय किसान,
कितने कितने विद्वान देश का विश्व को बाँटते है ज्ञान,
हमारे देश की कला ने सदा मोहा भर के सबका मन,
क्या बात करें क्या दिखलाये हम इस मिट्टी के क्या क्या गुण,
नदियों की धारा से यहाँ गूंजती है मीठी कल कल तान,
फूलों की महके और फलो से भरा पेड़, सुन्दर ये बन,
इस देश मे हम भूले संस्कार, भूले कैसे बने इंसान ,
माँ बहनों को सम्मान देने भूले, भटक गया अब ध्यान,
इतने महान देश में जन्मे पर क्यूं करें बुरे काम?
जाती धर्म के नाम पे क्यूं लड़े, देश हमारा हिंदुस्तान?
यहाँ सब है एक, रहते सदियों से हो के एक समान,
लड़ना होगा तो अधर्म अन्याय से कहता है वतन,
यहाँ बुद्ध महावीर कबीर राम जन्मे, ये तो है महान,
यहाँ गुरु नानक जन्मे और भी जन्मे यहाँ टीपू सुल्तान,
इस देश के शंकराचार्य दिए विश्व को धर्म सनातन,
यहाँ लक्ष्मी बाई, सरोजिनी जैसे नारी भी दिए बलिदान,
याद करो यारों उन सबको जिन्होंने रखा देश का नाम,
उन सब ने बढ़ाया देश की सम्मान रचे थे कीर्तिमान,
ये तिरंगा हमारा ऊंचा रहे, प्यारा है हमारा हिंदुस्तान,
मिलजुल के तो रहे सब, करें सदा नारियों की सम्मान,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई बौद्ध जैन सब एक समान,
चलो फिर से भूल के सब करेंगे देश का नाम रोशन,
तारीफ सब करते और करेंगे, मेरा देश है महान...........