जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में। जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में।
ये त्याग का सागर है, जिसमें मोती दस हज़ार। ये त्याग का सागर है, जिसमें मोती दस हज़ार।
पर मेरी जातियों में घुल जाना, फिर मैं खुलकर तुमसे प्यार करूंगी। पर मेरी जातियों में घुल जाना, फिर मैं खुलकर तुमसे प्यार करूंगी।
किसी को गुणवान बनाती है। किसी को गुणवान बनाती है।
देख के इसकी छटा अलौकिक हो जाता हर कोई आकर्षित, झूमर सी यह लटकी रहती हवाओं के हर रूप को सहती... देख के इसकी छटा अलौकिक हो जाता हर कोई आकर्षित, झूमर सी यह लटकी रहती हवा...
अब अपने हक़ के लिए लड़ूँगी, मैं अपना अस्तित्व तराश कर रहूँगी। अब अपने हक़ के लिए लड़ूँगी, मैं अपना अस्तित्व तराश कर रहूँगी।