उसकी चाल समझ आती नहीं कहते हैं वह बुरा किसी का करता नहीं उसकी चाल समझ आती नहीं कहते हैं वह बुरा किसी का करता नहीं
जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में। जीवन टूट गये हैं उसके अनिश्चित स्नेह की प्रतीक्षा में।
बस बहती हूँ न कोई आता है पहली की तरह आज। बस बहती हूँ न कोई आता है पहली की तरह आज।
देश सेवा करते हुए बच्चों की समस्या सुलझाएगा। देश सेवा करते हुए बच्चों की समस्या सुलझाएगा।
प्यार में रश्मों में बन्धना अच्छा लगता है। प्यार में रश्मों में बन्धना अच्छा लगता है।
जब मिलावट दिखे शुद्धता से भरी आप की नजरों में भी लगे वो खरी जब मिलावट दिखे शुद्धता से भरी आप की नजरों में भी लगे वो खरी