लिख दिया था मैंने एक खत तुम्हारे नाम, उतार दिए थे पन्नो पर मेरे सारे जज़्बात। लिख दिया था मैंने एक खत तुम्हारे नाम, उतार दिए थे पन्नो पर मेरे सारे जज़्बात।
देश -समाज के, संसाधनों के रक्षक हो जाओगे। देश -समाज के, संसाधनों के रक्षक हो जाओगे।
ये त्याग का सागर है, जिसमें मोती दस हज़ार। ये त्याग का सागर है, जिसमें मोती दस हज़ार।
भले ही हो तुम दोनों लड़की बातें हजार उझलेंगी भले ही हो तुम दोनों लड़की बातें हजार उझलेंगी
चौबीस घंटे बाहर रहने वाले पति को, घर चलाने के नुस्खे बताती हैं। चौबीस घंटे बाहर रहने वाले पति को, घर चलाने के नुस्खे बताती हैं।
अभी छोडूंगा कई हज़ार मैं । कई बंदिशें मेरे पैर खींचती हैं, अभी छोडूंगा कई हज़ार मैं । कई बंदिशें मेरे पैर खींचती हैं,