STORYMIRROR

Amit Kumar

Abstract Drama Tragedy

4  

Amit Kumar

Abstract Drama Tragedy

मध्य वर्ग

मध्य वर्ग

1 min
253

कौन कह सकता है

समाज एक ऐसे तबके का

मुखौटा है जो केवल एक वर्ग नहीं

अपितु एक उपभोक्ता भी है

जो उत्पादकों के हाथ की

कठपुतली ही नहीं बल्कि

उनका एक हथियार भी है


लेकिन यह जो वर्ग है

यह बहुत पिछडा हुआ वर्ग है

जिसे हम सब मध्य वर्ग कहते है

क्योंकि इसकी गिनती को 

समाज मे अक्सर भुला दिया जाता है

कोई भी सरकारी सुविधा या योजना

इस वर्ग के लिए नहीं है


लेकिन हर कोई इस वर्ग का हिस्सा है

इसे सिर्फ अपनी जरुरतों के मुताबिक

इस्तेमाल किया जाना ही लुभाता है

आप सोच रहे है यह कैसा भद्दा मजाक है

जरा सोच विचार कर देखिये 


अगर जरा भी दिमाग है तो

एक सिहरन सी शरीर मे न दौड़ जाए

तो फिर कहना आप यकीन माने या न माने

यह वर्ग सिर्फ इस्तेमाल होने के लिए है बना है

नेताओं की वोटिंग लिस्ट मे इसकी रेटिंग कहाँ होती है

राशन के भाषण मे इसकी गिनती कहाँ होती है


आप सोचिए विचार किजिये .........

लोक डाउन मे लॉक कौन है ?

और कीमत कौन चुका रहा है.....?

इस भुगतान की भरपाई कहाँ से होगी ?

और कौन करेगा ?


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract