Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Amit Kumar

Romance Classics Inspirational

4  

Amit Kumar

Romance Classics Inspirational

सदा के लिए....

सदा के लिए....

2 mins
395


तुम एक दुआ हो

मेरे नसीब की

मैं एक गुनाह हूँ

तुम्हारे नसीब का

यही एक वज़ह है

जिसका मैं कर्ज़दार हूँ


और यही एक इरादा है

जो तुमने मुझे दिया है

मैंने तो तुम्हे सिर्फ

रुस्वाइयां ही दी है 

अपने ख़ज़ाने के रूप में

एक तुम हो जिसने मुझे

सर्द मौसम में 

गर्म मकां सी एक 

परत दी है

अपने तमाम ख़ज़ानों के

मुहँ तुमने मेरे 

लिए खोल दिए है


और मैंने तुम्हारे हिस्से की

खुशियाँ भी तुमसे छीन ली है

तुम्ही ने तो मेरी उदास राहों को

ख़ुशनुमा सी एक वज़ह दी है

आज नहीं तो कल

तुम जान ही जाओगी

मैंने तुम्हे ठगा है

ये और बात है


कहीं दिल जानता है

तुम्हे सब ख़बर है

तुम नहीं कुछ कहती

फिर भी अपने सब्र से 

बाहर आकर कभी एक लफ़्ज़ भी

यही सब्र अब तुम 

मेरे हिस्से में भी अता कर दो

और अपने तमाम दुःखो

को मेरे न सही तो 

उस रब के हवाले कर दो

जिसका अक़्स तुमने एक 

मुझ जैसे फ़रेबी में पाया था


मैं वो न बन सका जो

तुमने चाहा था कभी

और तुम वो बन कर रही

जिसकी क़दर मैं न 

जान सका अब से पहले कभी

तुम्हारा रब सच्चा है

वो मुझसा झूठा नहीं है


इसीलिए तुमसे कहता हूँ

बस एक बार और 

उसका यकीं कर लो

और अपने आप को फिर से

उसी की आराधना में

इस बार अपने हित के लिए

अपने को संवारने के लिए

अपने को मुस्कुराहट देने के लिए

हो सके तो मुझ जैसे

दोष को अपने से 

सदा के लिए दोषमुक्त कर लो


मेरी बुराइया का मैं ही रहबर बनूं

तुम अपने हौसलों की उड़ान में

एक बार फिर उम्मीद के पंख से

रंगीन इंद्रधनुषी रंग धर लो...

रंगीन इंद्रधनुषी रंग धर लो...


Rate this content
Log in