मौसम घर का
मौसम घर का
देर से घर आये डरे पिता को बच्चों ने हाले घर बताया.......
"पापा जी आज थी आपकी पहली बार मिलने की एनिवर्सरी
कर रखी थी मम्मी ने बाहर जाकर पार्टी करने की तैयारी
मौसम सुबह से घर का बड़ा सुहाना था
पूरे दिन में मम्मी ने एक बार भी न हमको डांटा था।
पर आपने देर से आकर सब बिगाड़ लिया,
बहारों वाले मौसम में पतझड़ सा ला दिया।
शाम से लेकर अब तक हम चार पांच बार कूटे जा चुके है,
बेलन चिमटा को फिर भी अभी मिली न शांति है।
शायद उनको अब इंतजार आपका है,
आपका खून पीकर मिलेगी उनको अब तृप्ति है।

