लोक व्यवहार नेग रिवाज
लोक व्यवहार नेग रिवाज
भैया की हो रही है शादी, मैं तो खूब नेग माँगूंगी
कोई भी कुछ बोले लेकिन मैं किसी की ना मानूंगी
बुआ बोले कल दे दूँगी, आज बातें खत्म करो
विध जल्दी होने दो अब, अपनी ये हठ बन्द करो।
मै बोलूंगी ना जी बुआ आज कोई चालाकी नही
आज तो मैं ना मानूंगी, अब कोई भाई बांकी नही
अम्मा बोले रुक जा बेटी, कल लेना तु मुझसे मांग
सच कहती हूँ बेटी अब तो थोड़ी सी तो बातें मान।
ना जी मम्मी ना ना मै तो झांसे में ना आऊंगी
आज तो भैया की सारी जेब खाली कर जाऊँगी
नेग तो लूंगी आज कोई मुझको रोके ना
इस रस्म को भी पूरा करने में कोई भी टोके ना।
