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Dinesh paliwal

Comedy Romance

4  

Dinesh paliwal

Comedy Romance

प्रेमोलॉजी

प्रेमोलॉजी

2 mins
291

जब तक उसकी उन से

दूरी बहुत define थी

बस नयन सुख की अभिलाषा थी

कोई feeling नहीं divine थी

वो तो ना जानती थी नाम भी इनका

पर dictionary में इनकी वो mine थी

ये रिश्ता क्या है पूछो जब

उनके शब्दों में वो उनकी line थी।।


वक्त बढ़ा और नैन मिले हैं

दोनों के सुर और बैन मिले हैं

अब दोनोँ घंटों बतियाते हैं

बस park में पाये जाते हैं

दिन रात whatsapp पर अब

चलती उनकी chatting है

जब अब ये रिश्ता पूछो तो

वो अब उनकी setting है।।


प्यार चढ़ा परवान यूँ उनका

अब दिन रात वही बस है इस mind

आगा पीछा अपना पराया

भूल के भैया love में blind

अपने सब सपने भूल के अब वो

करते पूरे उसके सब फैशन trend

इठलाते फिरते उड़ते तितली से

setting हो गयी है अब girl friend।।


Dating कर कर के ऊब चुके हैं

घरवाले भी ना अब करते हैं oppose

मौका देख के लल्ला ने एक दिन

फिर लाली को कर दिया propose

शहनाई का मौसम आया तब

वो कहते उनको अब अपनी life हैं

Girlfriend है अब घर की लक्ष्मी

वो अब उनकी जानूँ और wife हैँ।।


धीरे धीरे वक़्त कट रहा

प्यार का अब जाता था खुमार

नून तेल लकड़ी की खातिर बस

अब जद्दोजहद थी बरखुरदार

छोटी हो गयी है पैरों की चादर

अब या तो father हैं या butler

जो लगती थी चंद्रमुखी कभी उनको

दबी जुबांअब वो उनको कहते Hitler।।


ये line से Hitler की कथा का

है मंचन जाने कितनी बार हुआ

पिछली पीढ़ी से सीख कभी

ना अगली पीढ़ी का उद्धार हुआ

हर लल्ला ने एक line को चुन कर

उसे life बनाया पहना के ring

अब किस्मत को कोसे वो हरदिन

वो queen बनी ये रहे ना king।।


आज कल के प्यार परवान

चढ़ने के समय चक्र को कुछ हल्के फुल्के

रूप में प्रस्तुत किया है।


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