प्रेमोलॉजी
प्रेमोलॉजी
जब तक उसकी उन से
दूरी बहुत define थी
बस नयन सुख की अभिलाषा थी
कोई feeling नहीं divine थी
वो तो ना जानती थी नाम भी इनका
पर dictionary में इनकी वो mine थी
ये रिश्ता क्या है पूछो जब
उनके शब्दों में वो उनकी line थी।।
वक्त बढ़ा और नैन मिले हैं
दोनों के सुर और बैन मिले हैं
अब दोनोँ घंटों बतियाते हैं
बस park में पाये जाते हैं
दिन रात whatsapp पर अब
चलती उनकी chatting है
जब अब ये रिश्ता पूछो तो
वो अब उनकी setting है।।
प्यार चढ़ा परवान यूँ उनका
अब दिन रात वही बस है इस mind
आगा पीछा अपना पराया
भूल के भैया love में blind
अपने सब सपने भूल के अब वो
करते पूरे उसके सब फैशन trend
इठलाते फिरते उड़ते तितली से
setting हो गयी है अब girl friend।।
Dating कर कर के ऊब चुके हैं
घरवाले भी ना अब करते हैं oppose
मौका देख के लल्ला ने एक दिन
फिर लाली को कर दिया propose
शहनाई का मौसम आया तब
वो कहते उनको अब अपनी life हैं
Girlfriend है अब घर की लक्ष्मी
वो अब उनकी जानूँ और wife हैँ।।
धीरे धीरे वक़्त कट रहा
प्यार का अब जाता था खुमार
नून तेल लकड़ी की खातिर बस
अब जद्दोजहद थी बरखुरदार
छोटी हो गयी है पैरों की चादर
अब या तो father हैं या butler
जो लगती थी चंद्रमुखी कभी उनको
दबी जुबांअब वो उनको कहते Hitler।।
ये line से Hitler की कथा का
है मंचन जाने कितनी बार हुआ
पिछली पीढ़ी से सीख कभी
ना अगली पीढ़ी का उद्धार हुआ
हर लल्ला ने एक line को चुन कर
उसे life बनाया पहना के ring
अब किस्मत को कोसे वो हरदिन
वो queen बनी ये रहे ना king।।
आज कल के प्यार परवान
चढ़ने के समय चक्र को कुछ हल्के फुल्के
रूप में प्रस्तुत किया है।