बटुए का राज़
बटुए का राज़
पत्नी जी खुश हो जाती हैं,
सारे ताने भूल जाती हैं।
फिर हंस कर गले लगाती हैं,
प्यार से देती हैं हर दुआ।
यदि हाथ लग जाये,
पति का बटुआ।
फूली नहीं समाती हैं,
तुरन्त लिस्ट बनाती हैं।
शॉपिंग को चली जाती हैं,
चल देती है
ऑफर्स की हर जगह।
यदि हाथ लग जाये,
पति का बटुआ।
जब चाहे खाली कर दे,
सौ, पांच सौ, दो हज़ार।
क्रेडिट कार्ड से जी भर खेले,
ज़िद्दी जैसे बच्चों की तरह।
यदि हाथ लग जाये,
पति का बटुआ