हाथ की सफ़ाई #14दिन पति का बटुआ
हाथ की सफ़ाई #14दिन पति का बटुआ
पहली तारिख पर पति के बटुआ,
रहे जीवन संगनी की नज़र
जब दिखें हरे-हरे करारे नोट,
जीवन संगनी की हथेली में
होने लगी खुजली दिल में,
बजने लगी गिटार,
या रब क्या करूं क्या ना करुं?
बस यही सोच-सोच कर ,
झट-पटाए चाहे कब मौका,
हाथ लगे जीवन संगनी को
हाथ की सफ़ाई दिखाने का,
नोटों की महक से मचलने,
लगा मन अब तो सजना भी
लागे बेरी , बस नोटों से ही यारी
ऐसा है मेरे पति का बटुआ।