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Surjeet Kumar

Comedy

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Surjeet Kumar

Comedy

स्कूल के लम्हें

स्कूल के लम्हें

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किताब से ध्यान हटा जब बच्चे

घड़ी पर बार बार नज़र घुमाए 

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

घर जाने को छटपटाए


कक्षा में इधर - उधर देखे एक बच्चा

धीमे - धीमे मधुर संगीत गुनगुनाए

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

दूसरी दुनियाँ के ख़्वाब सजाए


परीक्षा में चुपचाप बैठे एक बच्चा

सिर बार - बार नीचे झुकाए

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

नकल करने को तड़पता जाए 


डांट पड़ी हो सब बच्चों को

पर एक मंद - मंद मुस्कुराए

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

फसाद की जड़ है भाई


गृह कार्य अधूरा हो हर बच्चे का

पर एक बच्चा कॉपी चेक करवाए

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

बाद में सबसे बहुत मार खाए


अपने अंक बढ़वा रहे सभी बच्चे

पर एक बच्चा दूसरों के नंबर कटवाए

तब समझ लीजिए वो विद्यार्थी

नुकसान करवा के मज़े लिए जाए


उमर ढले और वही सब बच्चे

कभी एक मंच पर आए

मत पूछो स्कूल के लम्हों पर 

हमने कितनी बार ठहाके लगाए।


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