STORYMIRROR

Vijay Kumar parashar "साखी"

Drama Inspirational

4  

Vijay Kumar parashar "साखी"

Drama Inspirational

मातृशक्ति

मातृशक्ति

1 min
1.2K

मातृशक्ति तुझे नमन

मातृशक्ति तू है, चंदन

तुझसे ही बना है,

तनतूने ही दिया है, जन्म


तेरे इतने अहसास है

लख जन्म लूं तो कम

मेरी माँ मेरा खुदा है

मेरा ईश्वर, मेरा करम


मां तू मेरी दुनिया है,

तेरे बिना सब है, खत्म

मां तूने दी है, कलम

मातृशक्ति, तुझे नमन


तू पहली गुरु थी, मां

तूने ही मिटाया, तम

में था एक निरक्षर

तूने ही दिया, अक्षर


याद है, मुझे वो तेरा,

मां रातों को जागना

तेरा वो चाय बनाना

पढ़ने के लिये जगाना


में था भू, बंजर निर्जन

बनाया सदाबहार वन

मां तू थी, एक माली

में था तेरे बिना, ख़ाली


मां तुझे कोटि नमन

तूने ही बनाया बदन

रात-दिन करूँ पूजा

तुझसा न कोई दूजा


हर कन्या में छिपी, मां

आदर करो, यह है, मां

जो करता तेरा सम्मान

उसका होता, गुणगान


मातृशक्ति तुझे नमन

तेरे बिन खिले न चमन

तू हर फुलवारी का मन

मेरी माँ है, खुदा मम


तुझमे जन्मे, कृष्ण, यीशु

तू है, खुदा भीतरी मन

तुझको बारम्बार प्रणाम

तुझसे बनी, सृष्टि अनुपम।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama