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N.ksahu0007 @writer

Drama Romance

4.5  

N.ksahu0007 @writer

Drama Romance

जज़्बातों से खिलवाड़

जज़्बातों से खिलवाड़

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जज्बातों से यूँ खिलवाड़ न कर..

हैं गर मोहब्बत तो इंकार न कर//१//


इश्क़ वो एक लाइलाज़ वबा हैं..

इसलिए कहता हूँ प्यार न कर//२//


ग़ुम हैं वो किसी की मोहब्बत में..

लौट आने का इंतज़ार न कर//३//


संभाल जरा ख़ुद को और दिल को..

उसकी याद में जीवन बेकार न कर//४//


आकर ख़्वाबों में यूँ रोज-रोज तूम..

और इस दिल को बेक़रार न कर//५//


ताउम्र निभाता रहूँगा वो प्यार मैं..

बात कर के तू यूँ उपकार न कर//६//


<

p>इश्क़ था पाकीज़ा सा प्यारा प्यारा.. 

इस मरासिम को शर्मसार न कर//७//


तू ख़ुश रहना सदा तुम हो जहाँ..

मिरे उस रिश्ते में तो दरार न कर//८//


तू सुकूँ दिल की मैं धड़कन तेरा..

हम समझ गए तू इक़रार न कर//९//


हमसे उन्होंने कहा था कई दफ़ा..

सौदाई मुझ पर यूँ एतबार न कर//१०//


जज्बातों से यूँ खिलवाड़ न कर..

हैं गर मोहब्बत तो इंकार न कर//११//


इश्क़ वो एक लाइलाज़ वबा हैं..

इसलिए कहता हूँ प्यार न कर//१२//



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