बदलता वक्त
बदलता वक्त
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बेताबी-ए-दिल एक शे'र से कहाँ बयां होगा
तेरे सज़दे पर तो पूरा मै अश'आर लिखूंगा
तिरे दिल पर मैं राज करता, था करता ही रहूंगा
सफर-ए-इश्क़ में तुम्हे, अपना हर बार लिखूंगा
बदलता वक़्त जाँ टूटे ज़ख्म-ए-दिल भर जाएगा
फिर भी तुम्हें ही मैं, अपना पहला प्यार लिखूंगा।