माँ की रसोई
माँ की रसोई
सभी की एक सी पसंद नहीं होती
माँ की रसोई कभी बन्द नहीं होती
चाहे शनिवार हो या हो सोमवार
चाहे मंगलवार हो या हो रविवार
पकवानों की सुगंध कभी मंद नहीं होती
माँ की रसोई कभी बन्द नहीं होती
चाहे छुट्टियाँ हो या हो कोई त्योहार
चाहे लॉकडाउन हो या हो कोई हड़ताल
इस स्वाद से बेहतर कोई आनंद नहीं होती
माँ की रसोई कभी बन्द नहीं होती
चाहे माँ बीमार हो चाहे हो उदास
लगती नहीं थकान की उन्हें कभी भी प्यास
माँ की डाँट कभी भी दंड नहीं होती
माँ की रसोई कभी बन्द नहीं होती
माँ का भोजन अनमोल हुआ करता है
हर बच्चा माँ के लिये रोज दुआ करता है
माँ के इस भोज की कोई फंड नहीं होती
माँ की रसोई कभी बंद नहीं होती
चाहे तपती गर्मी हो चाहे ठिठुरती रात
चाहे वर्षा ऋतु हो या नभ सुन्दर प्रभात
माँ की रसोई की कभी अन्त नहीं होती
माँ की रसोई कभी बंद नहीं होती