होली
होली
जीवन से होली सारखो
वहान बहूत रंग
आरंभ पासून अंतवरी
भरत जासे रोज उमंग
सुख का दिवस
लगसे रंगीन गुलाल
सब सुख दुःख बाटो
म्हणूण सबको रंग लाल
काल चक्र मा सब बंध्या
कभी फिको रंग भी लगसे
दुख का बादल हटकन
पुनः माणूस हससे
होली एक तपस्या
पर अंहकार मा जलसे
रंग एक स्वभाव
सब मा मिलकन हाससे
आवो सब मिलकन
धरबिन पाणी का गुण
सब मा घुलमिलकन
खरो रुपको नहीं सोडबीन गुण