दोहावली
दोहावली
माय बाप ला प्रथम नमन,चरण मा सुख धाम!!
भक्ती असी कर, शक्ती बनजाये नाम!!
माय आय प्रथम गुरू ,पिता करसे उद्धार!!
श्रावण बाळ सारखी कर भक्ती नैया लगजाये पार!!
माय की ममता पिता की छाया असो कहा से भगवान!!
जेको जवर माय बाप वू सबसे से धनवान!!
माय बाप कल्पतरु,तर जाऐ भवसागर!!
संस्कारित से माटी असी या पाणी की घागर!!
भगवान ढुढंन बनेव ,संन्यासी छोडीस माय बाप!!
विफल भयोव जन्म ,जीवन ला लगेव कलंकित श्राप!!
पत्ता पक्या मनून संपी नहीं आमरी पहचान!!
बुढा माय बाप की करो भगवान सम सन्मान!!
