ज़रा सी देर में..!!
ज़रा सी देर में..!!
ज़रा सी देर में,
खुशियां बदल जाती है,
चेहकते हुए लफ्ज़ खामोशी में बदल जाते है,
मुस्कराते हुए होठ, आंसू की चादर ओढ़ लेते है।
ज़रा सी देर में,
रिश्ते बदल जाते है,
पराए मुस्कराते है, और अपने मुंह फेर लेते है,
आंसू पोछने वाले हाथ गहरे ज़ख्म दे जाते है।
ज़रा सी देर में,
वक्त का पहिया बदल है,
साथ ही हर ख्वाहिश बदल जाती है,
अरमानों पर ज़िम्मेदारियों की चादर चढ़ जाती है।
ज़रा सी देर में,
ज़िन्दगी बदल जाती है,
कुछ पल चैन से जीने की कोशिश की जाती है,
कमबख्त तब तक को ज़िन्दगी ही खत्म हो जाती है।