जीवन की पाठशाला
जीवन की पाठशाला
जिंदगी की पाठशाला में
पूरा जीवन चलते हैं एग्जाम
कभी पास कभी फेल
ताउम्र मिलता रहता यही परिणाम ।
कर्मों का सब फेर है
हार जीत यहाँ हेर-फेर है।
जो हार से सीखा,वह जी गया ...
वरना , जीवन ढह गया।
दूसरों पर हँसना आसान होता है
ताँक-झाँक कर आनंदित होते लोग
खुद को नहीं तराशा,दूसरों पर हँसते हैं।
जुबान की अब कीमत नहीं रही जनाब
लोगों को मुकरने कीआदत पड़ गई है।
शुक्र है टैक्नोलॉजी का..
कागजी कार्यवाही का...
ना की होती लिखत पढ़त तो...
जिंदगी तबाह हो गई होती ।
रिश्तों को संजोइए
सत्कर्म कीजिए
जुबान के पक्के बन
अपनों का विश्वास जीतिए।
