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माँ अच्छा फिर मैं अपनी सहेली को घर बुला लूं सामने से माँ अच्छा फिर मैं अपनी सहेली को घर बुला लूं सामने से
सबसे पहले उन बड़े-बड़े दिव्यांग लोगों को दिखाया गया जो समाज के लिए प्रेरणा थे। सबसे पहले उन बड़े-बड़े दिव्यांग लोगों को दिखाया गया जो समाज के लिए प्रेरणा थे।
कुछ समय बिताएंगे तो निश्चित ही उनका ध्यान केवल मोबाइल पर ही नहीं रहेगा। और वे अपने जीवन कुछ समय बिताएंगे तो निश्चित ही उनका ध्यान केवल मोबाइल पर ही नहीं रहेगा। और वे अप...
सुबह से दोनों में बहस हो रही थी कभी पलड़ा मेरा भारी था तो कभी मेरे हमसफ़र का। सुबह से दोनों में बहस हो रही थी कभी पलड़ा मेरा भारी था तो कभी मेरे हमसफ़र का।
नानू मुस्कुरा कर अपने अश्रु को पोंछ रहे थे क्यूंकि प्यार के रंग उन्हें भिगो रहे थे। नानू मुस्कुरा कर अपने अश्रु को पोंछ रहे थे क्यूंकि प्यार के रंग उन्हें भिगो रहे ...
सूई ने बताया कि जिधर पापा खड़े है वो दिशा दक्षिण ही है फिर क्या था गुड़िया लगी जोर-जोर से चिल्लाने प... सूई ने बताया कि जिधर पापा खड़े है वो दिशा दक्षिण ही है फिर क्या था गुड़िया लगी ज...
सही मायने में चाय ही जीवन में रिश्तों का सार है। सही मायने में चाय ही जीवन में रिश्तों का सार है।
इन्हें सहारा देकर मैं खुद को धन्य समझूँगी। इन्हें सहारा देकर मैं खुद को धन्य समझूँगी।
मेरी अच्छी माँ कल से थोड़ा ज्यादा खाना देना प्लीज़। लव यू माँ। मेरी अच्छी माँ कल से थोड़ा ज्यादा खाना देना प्लीज़। लव यू माँ।
ये सब देख मेरी दोनों लाडली परेशान हो गयी ये सब देख मेरी दोनों लाडली परेशान हो गयी