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Raja S Aaditya Gupta

Romance Tragedy

2.5  

Raja S Aaditya Gupta

Romance Tragedy

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी

1 min
353


बहुत कुछ है इस दिल में

जो सुनाना चाहता हूँ तुम्हें

जिंदगी मेरी अभी भी है तेरी

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी ।


अब तक खाली है जगह तुम्हारी

भाया न दूजा और कोई कभी

इतनी याद सताती है तेरी

लौट आओ , तुम्हें कसम है मेरी ।


सपने भी नहीं आते हैं अब तो

पागल मन को कौन समझाए

थक गया हूँ अकेले रह रह के

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी ।


कितना रोया हूँ मैं तन्हा

छुपा न सका दर्द अपना

कोई और न मिला तेरे जैसा

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी ।


बहुत कुछ है इस दिल में

जो सुनाना चाहता हूँ तुम्हें

जिंदगी मेरी अभी भी है तेरी

लौट आओ, तुम्हें कसम है मेरी ।


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