मकल उल्लू
मकल उल्लू
चाँदनी रात की बात है
कहानी सुनने तारे साथ है।
जंगल में सब शांत है
उल्लू को कहाँ आराम है?
उल्लू का राजा मकल है
दानव जैसी उसकी शक़्ल है।
उसकी चाहत है राजा बनना
पूरी दुनिया पर शासन करना।
तंत्र-मंत्र की विद्या से बना जादूगर
मौत का उसपर कभी नहीं होगा असर।
चल पड़ा राज्य को जीतने महल
सोये हुए राजा का कर दिया क़त्ल।
इस चाँदनी रात में सनसनी फैल गई
इस बार आतंक की सच में जीत हो गई ।
जंगल में अमंगल का राज चलने लगा
राजा उल्लू मकल का खौफ़ बढ़ने लगा।
परी-लोक में इस बात की हुई चिंता
पर सबकी एक आस थी मेबल तोता।
एक समय था जब मेबल और मकल दोस्त थे
एक ने चुनी अच्छाई तो दूसरे ने अपनाई बुराई।
परी माता के आदेश पर मेबल आया जंगल में
कमजोरी खोजा मकल की घुस गया महल में।
राजा उल्लू मकल को कैद कर लिया
सारी प्रजा को आज़ादी दिला दिया।
एक बार फिर बुराई की हार हुई
मेबल तोता की जय जयकार हुई।
चाँद बोला तारों से अब कहानी हुई खत्म
कल फिर मिलेंगे नई कहानी के संग हम।