Bhoop Singh Bharti
Tragedy
महँगाई लूटण लगी, बाकी बचा न शेष।
ऐसी तैसी हो गई, रोवै सारा देस।
रोवै सारा देस, क्ळेस यो होग्या भारी।
महँगाई की आग, जळावै खुशियां सारी।
हुई आठ सौ साठ, गैस इब मेरे भाई।
घणा बढा यो तेल, तेल काढै महँगाई।
झूमता बसंत है
कुंडलिया : "म...
कुंडलिया
कुंडलिया : "प...
हाइकु : नव वर...
रैड क्रॉस
गीत
भूल जाते हैं ,अपने उन पांव के छालों को , भूल जाते हैं ,अपनी धूल भरी राहों को। भूल जाते हैं ,अपने उन पांव के छालों को , भूल जाते हैं ,अपनी धूल भरी राहों को।
कहावत है कि जो कुत्ते भौंकते हैं वो काटते नहीं। कहावत है कि जो कुत्ते भौंकते हैं वो काटते नहीं।
ज़ब तलक ज़िन्दा है,ख़त्म कर ले इम्तिहाँ सारे। ज़ब तलक ज़िन्दा है,ख़त्म कर ले इम्तिहाँ सारे।
ऐ जिंदगी दो कदम तू भी तो चल हम कबसे चल रहे हैं। ऐ जिंदगी दो कदम तू भी तो चल हम कबसे चल रहे हैं।
लौट आओ तुम्हारी मर्जी, ना लौटो तुम्हारी मर्जी लौट आओ तुम्हारी मर्जी, ना लौटो तुम्हारी मर्जी
है आशा मेरी की इंसाफ हो मेरा कोई भी बच्ची अब बने ना निर्भया। है आशा मेरी की इंसाफ हो मेरा कोई भी बच्ची अब बने ना निर्भया।
कभी मैंने उनका इंतजार किया, तो कभी-कभी पूरी रात मैं रोई ! कभी मैंने उनका इंतजार किया, तो कभी-कभी पूरी रात मैं रोई !
दिल का हर अरमां तोड़कर तुम गए हो। हमको तन्हा बड़ा छोड़कर तुम गए हो।। दिल का हर अरमां तोड़कर तुम गए हो। हमको तन्हा बड़ा छोड़कर तुम गए हो।।
तुम मेरे लिए सदा प्रश्न से उलझे रहे, और मैं समाधान सी सुलझी। तुम मेरे लिए सदा प्रश्न से उलझे रहे, और मैं समाधान सी सुलझी।
आज ज़ब मैंने आईना देखा तो , आईने वाली लड़की थोड़ा मुस्कुराई। आज ज़ब मैंने आईना देखा तो , आईने वाली लड़की थोड़ा मुस्कुराई।
ज़िन्दगी को जीनें का हमें तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब ही पर हमें सलीका न आया।।1।। ज़िन्दगी को जीनें का हमें तरीका न आया। पढ़े तो हम खूब ही पर हमें सलीका न आया।...
बहुत सपने हमसफर हमराज देखे थे मैंने भी बहुत सपने हमसफर हमराज देखे थे मैंने भी
पांच साल में बदल जाएगी उनकी खुद की जीवनशैली पांच साल में बदल जाएगी उनकी खुद की जीवनशैली
इंसान के संबंध रोज़ बनते हैं जन्म लेते हैं सभी भुगतते हैं। इंसान के संबंध रोज़ बनते हैं जन्म लेते हैं सभी भुगतते हैं।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है। झूठ हावी हो गया है क्यूं तू यूं रूठा है।। सत्य छिपकर तू कहां बैठा है। झूठ हावी हो गया है क्यूं तू यूं रूठा है।।
तिनका-तिनका जोड़- जोड़ कर, इक आशियां बनाया। नहीं किया था अतिक्रमण, पेड़ों पे घरौंदा बनाया। तिनका-तिनका जोड़- जोड़ कर, इक आशियां बनाया। नहीं किया था अतिक्रमण, पेड़ों पे ...
जब सरकार की आँखों में छुपे हैं राज, और जनता की आँखों में बसे हैं सपने। जब सरकार की आँखों में छुपे हैं राज, और जनता की आँखों में बसे हैं सपने।
खता आंखों ने की और दिल सजा पा रहा है मोहब्बत के आलम में बड़ा मज़ा आ रहा है। खता आंखों ने की और दिल सजा पा रहा है मोहब्बत के आलम में बड़ा मज़ा आ रहा है।
हर रात जब सोने जाता हूं तो मेरे नयन बंद होने पर एतराज दर्ज कराते हैं। हर रात जब सोने जाता हूं तो मेरे नयन बंद होने पर एतराज दर्ज कराते हैं।
कब, कहाँ, किधर कुछ पता नहीं.... जिंदगी चल रही पर कोई ख़बर नहीं। कब, कहाँ, किधर कुछ पता नहीं.... जिंदगी चल रही पर कोई ख़बर नहीं।