Bhoop Singh Bharti
Action Classics Inspirational
सेवा सेहत दोस्ती, लक्ष्य सदा ही तीन।
रैड क्रॉस हरदम रहे, सेवा में ही लीन।
सेवा में ही लीन, बहे करुणा की धारा।
घायल की हो मदद, एक ही रहता नारा।
करो ’भारती’ कर्म, अवश्य मिलेगी मेवा।
भाईचारा प्यार, बढ़ाती हरदम सेवा।
झूमता बसंत है
कुंडलिया : "म...
कुंडलिया
कुंडलिया : "प...
हाइकु : नव वर...
रैड क्रॉस
गीत
फिर जो हो सबसे सुंदर अति आनंद फिर सब मंगलमय। फिर जो हो सबसे सुंदर अति आनंद फिर सब मंगलमय।
ठोस से ठोस जवाब देकर आंटियों से बचना है। ठोस से ठोस जवाब देकर आंटियों से बचना है।
सूरजमुखी और तितलियों को देखकर प्यार जाग रहा था। सूरजमुखी और तितलियों को देखकर प्यार जाग रहा था।
इन्हें प्रकृति आधारित लेखन संग्रह करना पसंद है। इन्हें प्रकृति आधारित लेखन संग्रह करना पसंद है।
सब निर्भर होता है इसी बात पर, आशा ना छोड़ें जो शक्ति हमारी। सब निर्भर होता है इसी बात पर, आशा ना छोड़ें जो शक्ति हमारी।
मेरे दिल को अपनेपन से रूबरू करा दे! हे प्रिये ! तू हर बार मुझे अपना ले।। मेरे दिल को अपनेपन से रूबरू करा दे! हे प्रिये ! तू हर बार मुझे अपना ले।।
लक्ष्य में आने वाले प्रत्येक रुकावट की तुम्हें जानकारी देंगे। लक्ष्य में आने वाले प्रत्येक रुकावट की तुम्हें जानकारी देंगे।
पैसों के लिए आदमी पागल हुआ, पैसों के लिए शैतान तक बन गया। पैसों के लिए आदमी पागल हुआ, पैसों के लिए शैतान तक बन गया।
सेहरा बांध, पिया रूप में वो ही आज मेरे द्वारा खड़ा था। सेहरा बांध, पिया रूप में वो ही आज मेरे द्वारा खड़ा था।
एक दिन जब असलियत सामने होगी तुम बहुत पछताओगे। एक दिन जब असलियत सामने होगी तुम बहुत पछताओगे।
चंचला लक्ष्मी तो यूं ही चलेगी इस जर्जर काया से तू उसे रोक पाएगा भी नहीं। चंचला लक्ष्मी तो यूं ही चलेगी इस जर्जर काया से तू उसे रोक पाएगा भी नहीं।
विश्व गुरु था भारत हमारा विश्व गुरु ही बन के रहेगा। विश्व गुरु था भारत हमारा विश्व गुरु ही बन के रहेगा।
आज तुम्हारे घर की खुशियां ही बहुरानी का रूप धरकर तुम्हारे घर में है आई। आज तुम्हारे घर की खुशियां ही बहुरानी का रूप धरकर तुम्हारे घर में है आई।
शाम बदली कहीं चली जाती और हम बरसात बिना तरसते रह जाते । शाम बदली कहीं चली जाती और हम बरसात बिना तरसते रह जाते ।
कुछ का तो प्यार रोज़ आता है, कुछ का तो कभी नहीं आता है। कुछ का तो प्यार रोज़ आता है, कुछ का तो कभी नहीं आता है।
यारों पेड़ और पौधे बहुत लगाना, यारों बिल्कुल न इन्हें हमें काटना। यारों पेड़ और पौधे बहुत लगाना, यारों बिल्कुल न इन्हें हमें काटना।
सखियों के संग रस्ता देखें अपने अपने मनभावन के। सखियों के संग रस्ता देखें अपने अपने मनभावन के।
पर ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हें समझने का सफल प्रयास नहीं करता हूं! पर ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हें समझने का सफल प्रयास नहीं करता हूं!
मेरे देशवासियों अब सम्भल जाना, स्वार्थ के लिए छेड़छाड़ करना नहीं। मेरे देशवासियों अब सम्भल जाना, स्वार्थ के लिए छेड़छाड़ करना नहीं।
प्यार करना तो दिमाग़ से हमें करना, प्यार करें तो पहले सोच ज़रूर लेना। प्यार करना तो दिमाग़ से हमें करना, प्यार करें तो पहले सोच ज़रूर लेना।