कल से होगी फिर महँगाई भईया कुछ दिन बाद हार जीत होगी बुराई फिर भईया कल से होगी फिर महँगाई भईया कुछ दिन बाद हार जीत होगी बुराई फिर भईया
जवानी की उमंग है दिल में चल पड़े साकार करने सपने नौकरी नहीं-कहा गया मंदी जवानी की उमंग है दिल में चल पड़े साकार करने सपने नौकरी नहीं-कहा गया मंदी
सूखा, मलेरिया और बाढ़ की तबाही, कैसी कैसी हैं आफ़तें इंसान के साथ। सूखा, मलेरिया और बाढ़ की तबाही, कैसी कैसी हैं आफ़तें इंसान के साथ।
किसी को प्रेम लिप्त करा दे, और परलोक भिजवा देता पैसा। किसी को प्रेम लिप्त करा दे, और परलोक भिजवा देता पैसा।
घणा बढा यो तेल, तेल काढै महँगाई। घणा बढा यो तेल, तेल काढै महँगाई।
ए हो सरकार बढ़े दाम पेटरोल के। ए मोदी बाबा बढ़ता दाम पेटरोल के ए हो सरकार बढ़े दाम पेटरोल के। ए मोदी बाबा बढ़ता दाम पेटरोल के