साठ के जब मैं पार हुआ साठ के जब मैं पार हुआ
घणा बढा यो तेल, तेल काढै महँगाई। घणा बढा यो तेल, तेल काढै महँगाई।
साठ के बाद जीवन ख़त्म नहीं होता ,बल्कि खुल कर साँस लेने को उन्मुक्त गगन बनता है साठ के बाद जीवन ख़त्म नहीं होता ,बल्कि खुल कर साँस लेने को उन्मुक्त गगन बनता है
मैं नहीं कहना चाहता हूँ कि मैं बुड्ढा हो गया पर मैं साठ साल का हो गया। मैं नहीं कहना चाहता हूँ कि मैं बुड्ढा हो गया पर मैं साठ साल का हो गया।
हो रहा आज मुुुझसे ये कैसा जुर्म होने को आई है अब साठ की उम्र! हो रहा आज मुुुझसे ये कैसा जुर्म होने को आई है अब साठ की उम्र!