कोशिश
कोशिश
मुझे नव दृष्टि दी
मुझे प्रेम दिया
मेरी छोटी बडी गलती को
नजर अंदाज किया
मेरे सुख मैं हंसे और दुख मैं रोये
नकली रौब जमा कर
मेरी असली गलती छुपा देते
कभी धीरे से बोली हूंगी
कुछ चाहिए
हर कोशिश करके लाते
घर पर मेरा घमंड चलता
आंचल की छाया रहती पर
बाबा के नाम का दबदबा तो संग रहता
जब मैं छोटी थी
कंधों पर बैठी बाबा के
राजकुमारी से ठाट थे अपने
बाबा पर हर हुक्म चलता मेरा
हर जिद पूरी होती मेरी
मेरी शान भी तब तक है
जब तक मेरे बाबा हैं
मेरा मायका भी तब तक है
जब तक बाबा हैं
बाबा का जैसा प्रेम कोई नहीं करता
कोई नहीं पूछता मैं कैसी हूं
मेरी जरूरत क्या है
भाई से वो जिद नहीं कर सकती
वो अपने रंगों मैं मस्त है
जिम्मेदारियां हैं जो मन मार कर निभानी हैं
जो है जैसा है
जब तक बाबा हैं सब कुछ अपना है
आगे मैं सब जानती हूं
जो नाज बाबा को मुझ पर
वो किसी और को नहीं
जितना प्रेम बाबा करते
उतना कोई और नहीं
बाबा कहते हैं जब मुस्कुराते
तस्वीर सुंन्दर आती सोचो
मुस्कुराते हुए जीवन कितना सुन्दर होगा
सब रिश्ते एक तरफ
बाबा कहते लाडो तुम मेरी हो
जीवन की तपती धूप मैं
ठंडी छांव घनेरी हो।