Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Mukesh Tihal

Action Inspirational

4  

Mukesh Tihal

Action Inspirational

कि तुम कब जाओगे

कि तुम कब जाओगे

1 min
259


सुबह उठते ही हमें तुम्हारा ख़्याल आया

तेरी जुबां से निकला वो सवाल याद आया

तुम पूछ बैठे हमसे कि कब जाओगे

कोई बात नहीं

यहां से तो चले जायेंगे दिल से कैसे निकाल पाओगे

तेरा ये अंदाज़ हमें अब बड़ा अख़रता है

जब अपना कोई बच्चों सा बिफ़रता है

चलो इसी बहाने तेरी नफरत का सैलाब बाहर आया

पीछे दूर कहीं दिल की गहराई में प्यार का पैगाम छोड़ आया

अरे दिल्लगी में यही तो खास है

हम समझ नहीं पाते की कौन किसके पास है

हम तो पहले प्रत्यक्ष रूप में

अब अप्रत्यक्ष रूप में तेरे साथ है

मुझे क्या पता तेरे दिल में

अब ऐसा क्यों अहसास है

चल बंद कर आँखे फिर देख कि

कौन कौन तेरे पास है

हर चीज़ इस जग में एक झूठी आस है

बस प्यार ही प्यार खास है

जरा अपने दिल को ले सम्भाल

जुगुनू सा कहीं कहीं टिमटिमाता है

फिर घोर अंधकार में कहीं खो जाता है

और करता हमसे ये सवाल कि तुम कब जाओगे

कि तुम कब जाओगे

बना डाल तू इस दिल को

हर रंगो की फूलों की थाल

कर अर्पण ईश्वर को बोल डाल

ले तू इसको सम्भाल

फिर न रहेगा कभी ये बवाल

कि तुम कब जाओगे



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action