ख्वाब में हमको किसी के
ख्वाब में हमको किसी के
ख्वाब में हमको किसी के
कदमों की आहट हो गई
वह तसव्वुर की निशानी
दिल की चाहत हो गई
गहरी आँखों के तले है
एक समंदर भी यहाँ
फिर भी दिल को प्यास क्यूं है
इसे तेरी आदत हो गई
वह तसव्वुर...
खिलती कलिया हैं तलाशे
भँवरों की बहकी निगाहें
सोच के यह खूब मंजर
तुझसे फिर मोहब्बत हो गई
वह तसव्वुर...
हमको तुमसे एक गिला हैं
क्यूं निगाहें फेरते हो
तब भी हमको तेरी चाहत
यह कैसी आफत हो गई
वह तसव्वुर...
फिल्म : सरफरोश
गीत : होशवालों को खबर क्या