खेल शतरंज का
खेल शतरंज का
शतरंज का खेल निराला
हर प्यादे ने महत्व बिखेरा
धराशाही हुई पूरी सेना
वो राजा का खेल अनोखा
कहीं भी जाये, कितना भी चले
किसी भी घर बैठे, वो राजा अलबेला
नतमस्तक हैं जिसके सामने सभी
कोई चाल ना बने राजा के बिना
पर खूबसूरत है खेल बड़ा अनोखा
अपनों की पीठ कोई छुरा नहीं मारता।