कब आओगे
कब आओगे
नैना तरस रहे कब आओगे,
दिन ये बीत रहे कब आओगे !
ढूँढा बारिश की बूंदों में तुमको,
सावन यूँ जा रहे कब आओगे !
बदलते गए कितने ही मौसम,
बातें ही बना रहे कब आओगे !
खोली जब भी संदूक यादों की,
अश्क न रूक रहे कब आओगे !
आ जाओ लौटकर सनम हम,
दिल को मना रहे कब आओगे !
वादा तुम्हें है निभाना लौटने का,
हम वफ़ा निभा रहे कब आओगे !
