प्रणय भावना
प्रणय भावना
जिनका है प्रणय सदा अमर, उनको मिलना होता है
विघ्नों कि चाहे झड़ी लगे, पर उनका प्रणय होता है।
जो सत्ता है विराजमान वहीं फिर मिलाप कराती है
याद रखो जीवन में ही उनका प्रणय तो होता है ।।
रूप नहीं अरूप नही फिर आड़े नहीं आते है
जीवन की वो बातों से फिर नहीं वे घबराते है।
संसार की बातों से जीती है वही पथ पर चलती है
आगे जो होगा देखा जाए यही हमारी कहानी है।।
सद्गुरु ने पथ दिखलाया है उस पर तो हमको चलना है
साहेब। कहते पथ पर रोड़े है पर हमको तो चलना है ।
जिस सतगुरु ने हमें मिलाया ये उसका आज्ञा पालन है
जिनका है प्रणय सदा अमर उनको मिलना होता है।।
विघ्नों कि चाहे झड़ी लगे पर उनका प्रणय होता है।।।