STORYMIRROR

Brijlala Rohanअन्वेषी

Horror Classics Inspirational

4  

Brijlala Rohanअन्वेषी

Horror Classics Inspirational

जल ही जीवन है

जल ही जीवन है

1 min
517

जल ही जीवन है।                            

जीवन ही जल है।                            

इसी पे टिकी है हमारी जिंदगी !                    

यही है विकास की असली बंदगी !    

जल ही जीवन है। जीवन ही जल है।                


प्यासों के लिए ये पानी नहीं

ये जिंदगी का अमृत फल है।  

मृत पड़े प्रतित होता

मानवों के लिए संजीवन है।        

जल ही जीवन है।


जीवन जीने का आधार है यह।

जीवन चलाने का सुव्यवस्थित

रोजगार है यह।


इसके बिना जीवन की

कल्पना ही क्या है ?

कैसे कोई रह सकता

जीवित इसके बिना। 


ये शांत जिंदगी में करती

सुकून भरी सहज कलकल है

जीवन ही जल है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Horror