डरावना
डरावना
डरावनी तस्वीरों से हम
यहाँ डराते हैं बच्चों को
हेलोवीन के नाम से देखो
मौत सिखाते हैं बच्चों को ।।
माना अंतिम सत्य यही है
फिर इससे घबराना कैसा
जब आना है आ जाएगी
आज से ही टकराना कैसा।।
घर के अंदर सुन्दर चेहरा
बाहर डरावना क्यों है
अंदर कोई आ जाए ना
तभी डराते हैं बच्चों को।।
दीवाली के दिए जलाएँ
जगमग मन-ऑंगन कर जाएँ
हिलमिल सब मिल खाएँ खेलें
प्यार सिखाएँ हम बच्चों को।।
होली के रंगों से रंग कर
चेहरे सब के एक बनाएँ
कौन है हिन्दी कौन है मुस्लिम
दूरी, दूर करें बच्चों से ।।
सब धर्मों का मूल एक है
बन ‘ उदार ‘ सबको अपनाएँ
चर्च-गुरुद्वारे,ले जा कर
ज्ञान सिखाएँ अब बच्चों को।।