वो इश्क नही आकर्षण था वो प्रेम नही बनावटपन था नाबालिग ही थे हम दोनो। वो इश्क नही आकर्षण था वो प्रेम नही बनावटपन था नाबालिग ही थे हम दोनो।
आवरण मुख से' अपने हटालो प्रिये, मैं निरख रुप, तृष्णा बुझाता रहूँ । आवरण मुख से' अपने हटालो प्रिये, मैं निरख रुप, तृष्णा बुझाता रहूँ ।
जिन्हें हम फौलाद समझते रहे वो मोम से भी ज्यादा तरल निकले । जिन्हें हम फौलाद समझते रहे वो मोम से भी ज्यादा तरल निकले ।
एक बोनसाई पौधा था, जापानी तकनीक का, किसी ने बडे प्यार से सौगात दी थी! एक बोनसाई पौधा था, जापानी तकनीक का, किसी ने बडे प्यार से सौगात दी थी!
क्या खता की दास्ता सुनये ये दिल तू... चल भूल जा ये दिल। क्या खता की दास्ता सुनये ये दिल तू... चल भूल जा ये दिल।
माँ के चरणो में धाम है। उसके आँचल में विश्राम है। माँ के चरणो में धाम है। उसके आँचल में विश्राम है।