मेरी माँ
मेरी माँ
माँ ही मेरा संसार है,
माँ बिन जग बेकार है।
माँ की कोई उपमा नही,
माँ बढ़कर कोई सुषमा नही।
माँ ही मेरा परिवार है,
उसकी महिमा अपरमपार है।
माँ ही मेरा घर द्वार है,
माँ का गजब किरदार है।
माँ मुझको प्यार से बुलाती,
लोरी गाकर माँ मुझे सुलाती।
माँ के चरणो में धाम है।
उसके आँचल में विश्राम है।
