सुखी संसार
सुखी संसार
जहां हो सभी में संस्कार
अपनो में हो खूब प्यार
मां बाप का हो आदर
दूसरो की हो कदर
न मचता हो कोई गदर
ऐसी ही घर में होता है
सुखी संसार,
किसने देख बैकुंठ धाम
किसने देखा नर्क का द्वार
सब कुछ यहीं हैं अपने द्वार
खुशी परिवार तो सुखी संसार
दूसरों की न करे बुराई
करे न अपनो की बड़ाई
मां बाप से नित आशीष पाए
ऐसा घर होता सुखी संसार।