"भटक न जाना"
"भटक न जाना"
चलते चलते भटक न जाना,
रास्ते में तुम अटक न जाना।
बाधाओं को पार है पाना,
आगे अभी बहुत है जाना।
निश्चिंत होकर थक न जाना,
जोर लगाकर आगे जाना।
लक्ष्य तुम्ही को फिर है पाना
खाली हाथ न वापस आना।
अभी समय है, तुम जुट जाना,
अपनी धार को है वापस पाना।
निखर के तुम, यूँ लहराना,
अपनी ध्वजा तुम्ही फहराना।
योद्धा बनकर तुम आ जाना,
शौर्य का गाथा तुमको माना।
रास्ते में तुम अटक न जाना,
चलते चलते भटक न जाना।