I am not a good writer but I am learning how to write some creative.
काश हर कोई मनुज की तरह सोचे तो कोई ठुकराई हुई औरत बेसहारा ना हो। काश हर कोई मनुज की तरह सोचे तो कोई ठुकराई हुई औरत बेसहारा ना हो।
वाकई कितने अच्छे दिन थे। ना किसी की चिंता और ना हो कोई फ़िक्र। वाकई कितने अच्छे दिन थे। ना किसी की चिंता और ना हो कोई फ़िक्र।
अब अमित का असली चेहरा सामने आ चुका था। अब अमित का असली चेहरा सामने आ चुका था।