गुमान
गुमान
अमित और प्रिया दोनों एक ही कॉलेज में तो पढ़ते थे. अमित की गिनती कॉलेज के टॉप विद्यार्थियों में होती थी और प्रिया अमित की जूनियर थी लेकिन पढ़ने में वह भी कम नहीं थी.वह एक सामान्य परिवार की साधारण सी लड़की थी जो देखने में अच्छी थी जबकि अमित संपन्न परिवार से था और स्मार्ट भी.
अमित के बातचीत करने के अंदाज से हर कोई आकर्षित हो जाता था. वह लोगों को यही दिखाता था कि वह एक अच्छा इंसान है मगर उसे अपने पैसे और स्मार्टनेस का बहुत गुमान था. वैसे तो प्रिया को केवल पढ़ाई की चिंता थी लेकिन इसी पढ़ाई के सिलसिले में मदद के लिए अमित से उसकी बातें और मुलाकातें लगातार बढ़ रही थीं. इन्हीं बातों और मुलाकातों ने प्रिया के दिल में अमित के लिए जगह बना दी थी.
वक़्त यूँ ही गुज़रता गया और पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों ने एक ही कंपनी में नौकरी पा ली. दो साल बाद दोनों ही अपने काम और क़ाबिलियत के दम पर अच्छे पदों पर नियुक्ति प्राप्त कर चुके थे. इस बीच अमित के लिए प्रिया का प्यार और भी गहरा हो चुका था लेकिन अमित तो केवल उसका फ़ायदा ही उठा रहा था. और इस बात से अनजान प्रिया अब अपने और अमित के रिश्ते को नया मोड़ देना चाहती थी.
उसने अमित को अपनी भावनाओं से अवगत करा दिया जिसे सुनकर अमित ने खुश होने का दिखावा किया और प्रिया के साथ जीवन भर रहने का वादा किया लेकिन उसने शादी के लिए साफ़ इंकार कर दिया. अब अमित का असली चेहरा सामने आ चुका था और प्रिया ख़ुद को ठगा सा महसूस कर रही थी.
कुछ दिनों बाद अमित की शादी भी हो गई. इधर प्रिया डिप्रेशन में चली गई और आज भी पूरी तरह सही नहीं हो सकी है. अमित तो अपनी जिंदगी में ख़ुश है लेकिन उसने प्रिया का जीवन बर्बाद कर दिया. आज प्रिया का हाल देखा नहीं जाता. अपनी शादी के बाद भी वह अमित को भुला नहीं पायी है और उस पर भरोसा करने के लिए ख़ुद को कोसती रहती है. भले ही अमित को उसके बुरे कर्मों का फल मिले या न मिले लेकिन उसके गुमान ने प्रिया को विक्षिप्त सा बना दिया. काश लोग इस घमंड को छोड़ दें तो कितने ही इंसानों की जिंदगी में सुकून आ जाएगा....!!