तुलसी तिवारी एक एक विख्यात लेखिका हैं ,जिन्होंने अपनी लेखनी से की कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये हैं
वन ने नैना की गोद में अपना सिर छिपा लिया। वन ने नैना की गोद में अपना सिर छिपा लिया।
वह खूब पढ़ेगा लिखेगा, नाम कमायेगा, आप स्वयं उसकी शादी करेंगी वह खूब पढ़ेगा लिखेगा, नाम कमायेगा, आप स्वयं उसकी शादी करेंगी
दूसरे की विपरित दिशा में कैसे लगा सकते हैं सर जी ?’’ वह श्रद्धावनत थी। दूसरे की विपरित दिशा में कैसे लगा सकते हैं सर जी ?’’ वह श्रद्धावनत थी।
ऐसा कौन सा पाप हुआ बेटा जो तुम मेरे न रहे ? न रहे तो न रहते बेतहाशा नफरत करने लगे। न जा ऐसा कौन सा पाप हुआ बेटा जो तुम मेरे न रहे ? न रहे तो न रहते बेतहाशा नफरत करने लग...
तुम क्या जानो मेरी बच्ची तलाक का दर्द,बसी बसाई गृहस्थी का केवल तीन लफ्जों में बिखर जाना तुम क्या जानो मेरी बच्ची तलाक का दर्द,बसी बसाई गृहस्थी का केवल तीन लफ्जों में बि...
अब मोह माया छोड़ दो, सबके पालनहार राम हैं। इनकी जिन्दगी लिखी होगी तो कौन मार सकता है अब मोह माया छोड़ दो, सबके पालनहार राम हैं। इनकी जिन्दगी लिखी होगी तो कौन मार सकता...
उसने लिखा श्रीमान् सी.एम. ओ. साहब,जिला चिकित्सालय बिलासपुर महेादय, मैं रेखा पांडे एक सि... उसने लिखा श्रीमान् सी.एम. ओ. साहब,जिला चिकित्सालय बिलासपुर महेादय, ...
उसने मिलन से झूठ नहीे कहा था वह जो दुर्भाग्य से उसका पति है जिसने दारू के लिए अपने सारे खेत बेच डा... उसने मिलन से झूठ नहीे कहा था वह जो दुर्भाग्य से उसका पति है जिसने दारू के लिए अप...
मेरी आँसू भरी आँखों मे एक प्रश्न था ’क्यों रो रही है ?’ मेरी आँसू भरी आँखों मे एक प्रश्न था ’क्यों रो रही है ?’
भैया ! बहुत हुआ, अब इसे छोड़ दो ! अपनी करनी का फल भोगे जाकर, मालती दरवाजे पर हाथ जोड़े खड़ी थी। भैया ! बहुत हुआ, अब इसे छोड़ दो ! अपनी करनी का फल भोगे जाकर, मालती दरवाजे पर हाथ ...