तुलसी तिवारी एक एक विख्यात लेखिका हैं ,जिन्होंने अपनी लेखनी से की कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये हैं
अब तो कचरा फेंकते हुए उनकी चूड़ियों की झंकार सुनता हूँ। अब तो कचरा फेंकते हुए उनकी चूड़ियों की झंकार सुनता हूँ।
इसने खुद ही खुद को बचाया है दुनिया की जहरीली नजरों। इसने खुद ही खुद को बचाया है दुनिया की जहरीली नजरों।
गुंजाती पायल की रुन-झुन, कदम मुबारक पड़े जहाँ पर, गुंजाती पायल की रुन-झुन, कदम मुबारक पड़े जहाँ पर,